पंजाबी कविता
कुछ प्रश्न कविताएं
-दर्शन बुट्टर
हिंदी अनुवाद :
सुभाष नीरव
लिखी कोई नई कविता ?
कविता तो
‘समय’ लिखता है
मैं तो शब्दों को
तरतीब देता हूँ।
आईना क्या कहता है ?
ज़रूरी नही
सुनेहरी फ्रेमों
वाले
शीशों के अक्स भी
सुनेहरी हों
यह भी ज़रूरी नहीं
कि तिड़के शीशे में
से
कोई चेहरा नज़र न आए।
कोई मुक्कदस किताब ?
ज़रूरत ही नहीं जिल्द
की
बिखरे पन्नों को
प्रारंभ हो
अन्त तो –
खुद ही लिख लेते है,
सिरफिरे।
क्या मांगते हो ?
अगर दी हैं आँखें
तो अब
‘नज़र’ भी दे
अगर दिए हैं पैर
तो अब
सफ़र भी दे।
थकी तो नहीं उड़ान ?
राह तो बहुत रोका
दहलीज ने
पर
जीने योग्य पैरों ने
पूरा कर ही लिया सफ़र
को
नम तो बार-बार हुईं पलकें
पर
हँसने योग्य होंठों
ने
घेर ही लिया- मुस्कानों
को।
फिसले हैं कभी पैर ?
मख़मली लिबास पहनकर
सघन झाड़ियों में से
गुज़रा नहीं जाता,
पल्ला बचाकर
कभी न कभी
कहीं न कहीं
रोक ही लेती है कोई
पल्लू पकड़कर।
इतनी बेगानगी ?
अब मैं
भावुक सफ़र नहीं
गंभीर अहसास ही हूँ
अब सिर्फ़
‘तेरी तलाश’ नहीं
‘अपनी तलाश’ भी हूँ।
उत्तर-आधुनिकता ?
हो सकता है
लुभावने शब्दों की
जूठ को
इतनी शोहरत मिले
इस महफ़िल में
कि… सच के बोल ही
मनफी होकर रह जाएँ
तालियों के शोर में।
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(उक्त कविताएं
पंजाबी की साहित्यिक पत्रिका ‘हुण’ के जून-नवंबर 2005 के अंक में प्रकाशित हुई थीं। वहीं से लेकर इनका हिंदी
अनुवाद किया गया है)
दर्शन बुट्टर
जन्म : 7 अक्तूबर
1954, गांव- खूही, तहसील-नाभा, ज़िला-पटियाला(पंजाब)
शिक्षा : एम ए
(पंजाबी)
प्रकाशित पुस्तकें :
कविता संग्रह – औड़ दे
बद्दल(1984), सल्हाबी हवा(1994), शबद,शहिर ते रेत(1996), खड़ावां(2001), दर्द
मजीठी(2006) और महा कम्बणी(2009)
पुरस्कार/सम्मान : सिरोमणि पंजाबी कवि पुरस्कार- 2006(भाषा विभाग पंजाब,
पटियाला), जनवादी कविता पुरस्कार-1999(जनवादी कविता मंच, पंजाब), सफ़दर हाश्मी
पुरस्कार -2009(पंजाब राज्य बिजली बोर्ड लेखक सभा, पंजाब), बीबी स्वर्ण कौर
यादगारी अवार्ड-2001(रोज़ाना नवां ज़माना, जालंधर) तथा अन्य अनेक पुरस्कार ।
सम्प्रति : अधिकारी,
पंजाब एंड सिन्ध बैंक
सम्पर्क : 143/2,
हीरा महल, नाभा-147201(पंजाब)
टेलीफोन :
01765-223110(घर), 098728 23110
ईमेल : darshansinghbuttar@gmail.com